बुधवार, 27 जुलाई 2016

जीवन का पहला लक्ष्य मैंने हासिल किया।

आज की सुबह मेरे लिए ख़ुशी लेकर आया। मैं अपने कॉलेज की दूसरी डिग्री हासिल किया। जो की एम्.ए. समाजशास्त्र (M.A. Sociology)की डिग्री थी। मेरे पास अब दो मास्टर डिग्री हो चूका। एम्.ए. अर्थशास्त्र (M.A. Economic) और एम्.ए. समाजशास्त्र (M.A. Sociology)। मेरा सपना था जो मैने साकार किया। अपनी शारीरिक हालात से नहीं सोचा था कि इतना पढ़ पाउँगा। लेकिन मैंने हार नही माना। चाहे जैसा भी परिस्थिति हो मैं पढ़ा। इन सबका श्रेय मेरे माता पिता का है जो मुझे पढ़ाया लिखा जिसके दम पे आज मैं अपने हालात से बढ़कर इज्जत मान सम्मान को लोगो के बीच हासिल किया। सबसे ज्यादा मेरे पिता श्री को श्रेय जाता है जो मुझे पूरी पढाई में गोदी में उठा के स्कूल से लेकर कॉलेज तक बैठाता था। मैंने पढाई इसलिए नही किया कि मेरा जॉब लगे। मेरा उद्देश्य था कि लोग मेरे ज्ञान से मेरी इज्जत करे । सो अब साकार हुआ। अब आगे पढ़ने का इरादा तो नही पर मन होगा तो P.hD करूँगा।